समस्त पत्रकारों को बुनियादी सुविधाओ के संबंध में मा. मुख्यमंत्री जी को पत्र!

 सेवा मे,  

          श्री योगी आदित्यनाथ जी

          मा. मुख्यमंत्री महोदय जी

          उत्तर प्रदेश, लखनऊ


विषय:- समस्त पत्रकारों को बुनियादी सुविधाओ के संबंध में।


आदरणीय महोदय,




सादर अनुरोध के साथ अवगत कराना है कि स्वतन्त्र भारत का चौथा स्तम्भ पत्रकार को माना गया है लेकिन किसी भाग में दिखाई नहीं देता है। जहाँ हर विधा के कार्य करने वाले लोगों के विभागों में बाकायदा उनकी गणना एवं पंजीकरण है इसका लाभ उनको यह होता है कि विशेष परिस्थितियों में सरकार द्वारा प्रदत्त सुविधाएं, उन्हें मिल जाती है वहीं पत्रकारों के मामलों में उनके पहचान का संकट खड़ा हो जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर "प्रेस काउसिंल ऑफ इंडिया" भी है लेकिन वहीं पत्रकारों का पंजीकरण नहीं होता है। जिससे पत्रकारों का आज तक न कोई गणना, न ही पंजीयन हो पाया है और ना ही पत्रकारों को उपरोक्त की तरह कोई सुविधा मिल पाया है जिससे पत्रकारों के सामने उनके पहचान का संकट खडा हो गया है। 


उक्त के सम्बन्ध में मा. महोदय जी आपसे अनुरोध है कि चौथे स्तम्भ को बचाने के लिए उपरोक्त की तरह पत्रकारों का पंजीकरण एवं उनके सुविधाओं के लिए व्यवस्था किया जाना न्याय पूर्ण होगा। जहां जो जानकारी विभाग नहीं दे पाता है वहाँ वह जानकारी पत्रकार समय-समय पर देते रहते है एवं साथ ही साथ समाज के हर प्रकार के खबरों को कवरेज करने व भ्रष्टाचार उजागर करने में पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर रातों-दिनों कार्य करते रहते है व कानून व्यवस्था को स्थापित करवाने एवं सरकार के द्वारा चलाए जा रहे जनहित कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य भी बड़े ही ईमानदारी एवं निष्ठा के साथ सफलतापूर्वक करते रहते हैं। वहीं सरकारों के द्वारा पत्रकारों को सुविधा न के बराबर दी जाती है, जो पत्रकारों के साथ अन्याय है।


अत: माननीय महोदय जी आपसे निवेदन करते हुए यह मांग करता हूँ कि जिस प्रकार से जनप्रतिनिधियों के द्वारा समाज में कार्य करने पर उन्हें सुविधाएं प्रदान की जाती है उसी प्रकार से पत्रकार भी जोखिम के साथ समाज में कार्य करते हैं। उक्त की भाँति पत्रकारों को भी मानदेय, टेलीफोन, आवास, दवा, सुरक्षा, मुफ्त यात्रा, बीमा, एवं उनके आश्रितों को सुविधा व पंजीकरण कराने के लिए आप सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए समस्त पत्रकारों को उक्त सुविधाएं प्रदान करने की महान कृपा करें। इससे पत्रकार समाज बिना किसी संकट के अपने दायित्व का निर्वहन पूरी निष्ठा से अपना कार्य करने में अहम भूमिका निभा सकेंगे।

बार काउंसिल के तर्ज पर प्रेस काउंसिल मे भी चुनाव करवाये जाने के संबंध में माननीय प्रधानमंत्री जी को पत्र!


 सेवा में,

          श्री नरेंद्र मोदी जी 

          मा. प्रधानमंत्री 

         भारत सरकार, नई दिल्ली



विषय: - बार काउंसिल के तर्ज पर प्रेस काउंसिल मे भी चुनाव करवाये जाने के संबंध में।


आदरणीय महोदय, 


सादर अनुरोध के साथ अवगत कराना है कि जिस प्रकार से आपकी लोकप्रिय सरकार द्वारा देश मे विभिन्न स्वर्णिम नियम-कानून के तहत जनहितार्थ कार्य क्रांतिकारी ढंग से किया जा रहा है, उसी प्रकार से देश के समस्त पत्रकारों के सुविधा, सुरक्षा आदि के लिए  प्रेस काउंसिल में भी चुनाव करवाने के लिए निर्देश दे, जिससे पत्रकारों का भी कानूनी आधार पर परिभाषा तय हो सके, जो अभी तक मात्र नाम का चौथा स्तम्भ है जिसको अन्य की भाँति महोदय जी सहानुभूति पूर्वक कानूनी ढंग से मूर्त रूप देने की महान कृपा करें। 




मा. महोदय आपकी जनप्रिय सरकार देश के विभिन्न क्षेत्रों में अमूलचूल परिवर्तन के साथ कार्य कर रही है जिससे पूरा देश लाभान्वित हो रहा है उसी प्रकार से बार काउंसिल की तरह प्रेस काउंसिल को भी संसाधन सहित अधिकार जारी करने एवं उनके सुरक्षा के लिए बने कानून को भी सख्ती से लागू करवाने व सभी पत्रकारों का नियम कानून के तहत रिकॉर्ड बनवाने का आदेश दे जिससे देश के समस्त मीडियाकर्मी वास्तविक रूप से न्यायपूर्ण बिना किसी दबाव के अपना कार्य कर सके। 


महोदय जी मीडिया जनता एवं सरकार के आंख व मुंह के रूप में कार्य करती हैं और जनता की समस्या सरकार तक एवं सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को जनता तक पहुंचाती है जिसकी सराहना भी आप एवं आप की सरकार द्वारा बराबर किया जाता रहता है। 


अतः मा. महोदय जी आपसे विनम्र निवेदन है कि जिस प्रकार से देश में बार काउंसिल द्वारा देश, प्रदेश, जिला व तहसील स्तर पर बाकायदे चुनाव कराया जाता हैं, उसी प्रकार से पत्रकारों के लिए प्रेस काउंसिल को भी चुनाव कराए जाने की व्यवस्था एवं अधिकार देने व तीनों स्तंभों की तरह चौथे स्तंभ को भी सुविधा के लिए आदेश देने की कृपा करे।

A.I.P.R.W.A. ने लिखा मा. प्रधानमंत्री जी को पत्र!

 सेवा मे, 

श्री नरेंद्र मोदी जी

मा. प्रधानमंत्री महोदय

भारत सरकार, नई दिल्ली



विषय:- नेशनल जर्नलिस्ट रजिस्टर बनाने एवं देश के समस्त पत्रकारों को सुविधा व पेंशन के संबंध में।


आदरणीय महोदय,


सादर अनुरोध के साथ अवगत कराना है कि, जिस प्रकार से आपकी लोकप्रिय सरकार द्वारा देश मे विभिन्न स्वर्णिम नियम-कानून के तहत जनहितार्थ कार्य क्रांतिकारी ढंग से किया जा रहा है, उसी प्रकार से देश के समस्त पत्रकारों के सुविधा, सुरक्षा आदि के लिए नेशनल जर्नलिस्ट रजिस्टर बनाने के लिए एवं पेंशन देने के लिए निर्देश दे, जिससे पत्रकारों का भी कानूनी आधार पर परिभाषा तय हो सके, जो अभी तक मात्र नाम का चौथा स्तम्भ है  महोदय जी जिसको भी अन्य की भाँति सहानुभूति पूर्वक कानूनी मूर्त रूप देने की महान कृपा करें।


मा. महोदय आपकी जनप्रिय सरकार देश के विभिन्न क्षेत्रों में अमूलचूल परिवर्तन के साथ कार्य कर रही है जिससे पूरा देश लाभान्वित हो रहा है उसी प्रकार से पत्रकारों के उपरोक्त नियम लागू करवाने एवं उनके सुरक्षा के लिए बने कानून को भी सख्ती से लागू करवाने व सभी पत्रकारों का नियम कानून के तहत रिकॉर्ड बनवाने का आदेश दे जिससे देश के समस्त मीडियाकर्मी वास्तविक रूप से न्यायपूर्ण बिना किसी दबाव के अपना कार्य कर सके।


महोदय जी मीडिया जनता एवं सरकार के आंख व मुंह के रूप में कार्य करती हैं, और जनता की समस्या सरकार तक एवं सरकार की जनकल्याणकारी नीतियों को जनता तक पहुंचाती है जिसकी सराहना भी आप एवं आप की सरकार द्वारा बराबर किया जाता रहता है।


महोदय जी देश के कुछ राज्य सरकारे अपने-अपने प्रदेश के पत्रकारों को पेंशन दे रही हैं  लेकिन देश सभी प्रदेशों में ऐसा नहीं है, जो एक देश एक नियम कानून के विरुद्ध है, आपसे निवेदन है कि आपके द्वारा जिस प्रकार से किसान पेंशन, वृद्धा पेंशन, वन रैंक वन पेंशन, अटल पेंशन आदि दिया जा रहा है, उसी प्रकार से देश के समस्त पत्रकारों को भी पेंशन देने की महति कृपा करें।


अतः मा. महोदय जी आपसे विनम्र निवेदन है कि जिस प्रकार से डॉक्टरों, अधिवक्ताओं, प्रशासनिक अधिकारियों, पुलिस बलों, राजनीतिको, शिक्षकों आदि के लिए देश में एक नियम-कानून है उसी प्रकार से पत्रकारों के लिए भी एक नियम-कानून के तहत नेशनल जर्नलिस्ट रजिस्टर एवं तीनों स्तंभों की तरह चौथे स्तंभ को भी पेंशन आदि सुविधा के लिए आदेश देने की कृपा करें।




भवदीय

आचार्य श्रीकांत शास्त्री

पत्रकार की रहस्यमयी मृत्यु की उच्च स्तरीय जांच कराए सरकार:- शास्त्री


[*भदोही के वरिष्ठ पत्रकार की गूढ निधन का जल्द खुलासा करने के लिए एवं पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता के लिए सरकार से मांग*]




ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार आचार्य श्रीकांत शास्त्री जी ने जनपद भदोही, उ.प्र. के पत्रकार जयशंकर दुबे (संजय) की कथित सड़क हादसे से हुई शाजिशन हत्या कि जल्द से जल्द स्थानीय प्रशासन द्वारा जांच कर दूध का दूध पानी का पानी करने का निर्देश देने एवं पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को नौकरी की सरकार से मांग करते हुए कहा है कि जिस प्रकार से पत्रकार की कथित सड़क हादसे का रूप देकर निर्मम हत्या की गई है, वह बहुत ही दुखद है एवं चौथे स्तंभ को दबाने की कुत्सित प्रयास है, जो बर्दाश्त नही किया जाएगा।


साथ ही श्री शास्त्री जी ने यह भी कहा कि जिस प्रकार से देशभर में पत्रकारों की हो रही हत्या, उनके ऊपर हो रहे फर्जी मुकदमे एवं उनपर हो रहे उत्पीड़न व उनको बुनियादी सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है यह बहुत ही दुखद एवं चिंताजनक है। यह कृत्य सीधा-सीधा चौथे स्तंभ को दबाने की खड्यंत्रकारी साजिश है जो इस प्रकार के लोकतांत्रिक देश के लिए शुभ संकेत नहीं है।



*ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन* परिवार ने सरकार से मांग किया है कि पत्रकारों पर बढ़ते हमलों, हत्या, उत्पीड़न एवं फर्जी मुकदमो को रोकने के लिए *तत्काल पत्रकार सुरक्षा कानून, यूपी सहित पूरे देशभर में लागू किया जाए जिससे आए दिन हो रही पत्रकारों की षडयंत्रकारी हत्या एवं उनपर जानलेवा हमले एवं फर्जी ढंग से मुकदमे, धमकाने वाली आदि घटनाओं को रोका जा सके।


भदोही के वरिष्ठ पत्रकार जय शंकर दुबे (संजय) जी की साजिशन हत्या की घटना से देशभर के पत्रकारों में रोष व्याप्त है। जिसके संबंध में एसोसिएशन परिवार की ओर से उपरोक्त घटना के संबंध में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, अध्यक्ष P.C.I. सहित प्रदेश के आला अधिकारियों को जरिए ईमेल, सोशल मीडिया आदि प्लेटफॉर्मो के माध्यम से पत्र भेजकर *अपराधियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्यवाही करने के लिए एवं पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता व परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग* किया गया है।

सहयोगी दलों के सहयोग से एनडीए तीसरी बार भी अपनी नैया पार लगाने की फिराक मे।

  आचार्य श्रीकान्त शास्त्री, वरिष्ठ पत्रकार  देश में आम चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक सरगर्मियां बड़ने लगी है और हर पार्टिया ‌अपनी ...