*"सरकार एवं जनता के बीच का मुख्य वाहक होता हैं पत्रकार -आचार्य श्रीकान्त शास्त्री"*



पत्रकारों की स्वतंत्रता नागरिकों की स्वतंत्रता से अलग नही है। पत्रकारों पर होने वाले हमले के विरोध में केवल मीडिया ही नही समाज के हर वर्ग को साथ आना चाहिए। विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऑल इंडिया प्रेस रिपोर्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आचार्य श्रीकांत शास्त्री ने प्रेस की स्वतंत्रता पर किया जा रहा उठाराघाट पर गहरा दुख व्यक्त किया। पत्रकारों पर हाल के दिनों में देश के कई राज्यों में हुए हमलों और उत्पीड़न को गंभीरता से लेते हुए वहां के प्रशासन व सरकार को जिम्मेदार ठहराया, साथ ही यह भी कहा कि हाल के दिनों में यह देखा गया है कि देश के विभिन्न राज्यों के कुछ जिलों में स्थानीय माफियाओं में पत्रकारों पर हमला बोलने की प्रवृत्ति बढ़ी है। उन्होंने कहा कि कुछ अवैध काम करने वाले लोग प्रशासन की मिली भगत से पत्रकारों पर झूठे मुकदमे दर्ज करा उन्हें फंसा देते हैं अब पत्रकारो को भी समाज के हर वर्गों के सुख दुख मे जुड़ना होगा।

शास्त्री जी ने कहा कि एसोसिएशन सड़क से लेकर अदालत तक पत्रकारों के लिए लगातार लड़ाई लड़ रहा है। और पत्रकारों पर हमले को रोकने के लिए संसद में कानून बने इसके लिए सभी पत्रकारों को जनप्रतिनिधियों पर दबाव बनाना होगा। अध्यक्ष जी ने कहा कि पत्रकारों को आपसी मतभेद भूलाकर एक होना होगा,  पत्रकारों पर हमला दरअसल नागरिक अधिकारों पर भी हमला है। उन्होंने एसोसिएशन के योगदान का जिक्र करते हुए कहा कि हर दौर की सरकारों से मीडिया की स्वतंत्रता पर हमले को लेकर एसोसिएशन संघर्ष कर रहा है।

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